फिल्म इंडस्ट्री की सबसे चर्चित अभिनेत्री दिव्या भारती भले ही आज हम सबके बीच नहीं हैं लेकिन उनकी फिल्में एक्ट्रेस की कमी महसूस नहीं होने देती हैं। उन्होंने अपनी एक्टिंग से महज़ 18 की उम्र में वो मुकाम हांसिल कर लिया था जहां पहुंचने के लिए लोगों को पूरी जिंदगी खपानी पड़ती है।
तेलगू फिल्मों से हुई थी शुरुआत
बात करें दिव्या भारती के फिल्मी करियर की तो उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तेलगू फिल्म इंडस्ट्री से की थी। इस फिल्म में उनके साथ साउथ सिनेमा के सुपरस्टार वेंकटेश को देखा गया था। यह फिल्म सुपरहिट रही थी। इस फिल्म में उनकी अदाकारी को खूब सराहा गया था। जिसके बाद उन्हें बॉलीवुड में काम करने का मौका मिला। उन्होंने हिंदी सिनेमा जगत में विश्वात्मा फिल्म से कदम रखा था। इस फिल्म से वे अपना ध्यान सभी की तरफ खींचने में कामयाब हुईं थीं।
इसके बाद उन्होंने गोविंदा के साथ शोला और शबनम में काम किया। यह फिल्म एक्ट्रेस के करियर में मील का पत्थर साबित हुई। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक ताबड़तोड़ फिल्में दी।
एक समय ऐसा आ गया था कि दिव्या भारती 90 के दशक की टॉप एक्ट्रेसेस की सूची में शुमार हो गईं थी।
साजिद नाडियावाला से की थी शादी
इन्हीं दिनों उनकी मुलाकात फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित प्रोड्यूसर साजिद नाडियावाला से हुई थी। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती हुई और दोनों प्यार में पड़ गए। कुछ समय बाद दिव्या और साजिद ने 20 मई 1992 को शादी कर ली थी।
कहा जाता है कि इस शादी के लिए दिव्या ने अपना धर्म परिवर्तित कर लिया था। उन्होंने मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद अपना नाम सना रख लिया था। हालांकि, कई दिनों तक दोनों ने अपनी शादी को छुपाकर रखा था।
एक इंटरव्यू के दौरान इसके पीछे की वजह का खुलासा करते हुए साजिद नाडियावाला ने बताया था कि, ‘मुझे इस बात का डर था कि दिव्या के शादीशुदा होने की बात प्रोड्यूसर्स को पता चली तो इससे उसका करियर तबाह हो सकता है’।
एक्ट्रेस की मौत, सुसाइड या हादसा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद दिव्या काफी तनाव में रहती थी। वे अक्सर शराब पीती थीं। माना जाता है कि 5 अप्रैल 1993 को जब दिव्या की मौत हुई थी तब भी वे बॉलकनी में बैठकर शराब पी रही थीं। इस दौरान एक्ट्रेस अपना संतुलन खो बैठी थीं और पांच मंजिल बिल्डिंग से नीचे गिरने पर उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
गौरतलब है, दिव्या के फैंस आज भी मानते हैं कि एक्ट्रेस की मौत एक सोची-समझी साजिश के तहत हुई थी जबकि कुछ लोगों ने इसे सुसाइड करार दिया था। हालांकि, पुलिस ने 5 साल बाद 1998 में दिव्या भारती की मौत का केस बंद कर दिया था।