आज यानी 18 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होने हैं. 21 जुलाई को परिणाम घोषित होने के बाद 25 जुलाई को राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह होगा. इस चुनाव के लिए सभी महत्वपूर्ण तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.
क्या हैं तैयारियां ?
संसद भवन के कमरा नंबर 63 में 6 बूथ बनाए गए हैं. इस चुनाव में दिव्यांगों का महत्वपूर्ण ध्यान रखते हुए एक बूथ दिव्यांगों के लिए निर्धारित किया गया है. अलग-अलग राज्यों के करीब 9 विधायक संसद भवन में वोट करेंगे. इसके साथ ही करीब 42 सांसद विधानसभाओं से वोट प्रक्रिया पूरी करेंगे.
कहाँ से कितने विधायक करेंगे वोट:
- यूपी से 4
- त्रिपुरा से 2
- असम से 1
- ओडिशा से 1
- हरयाणा से 1
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू ?
द्रौपदी मुर्मू एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं. वह 2022 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की आधिकारिक उम्मीदवार हैं. मुर्मू अनुसूचित जनजाति से संबंधित ऐसी दूसरी दावेदार हैं, जिन्हें भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है. बता दें द्रौपदी मुर्मू वर्ष 2015 से 2021 तक झारखण्ड के नौंवे राज्यपाल के तौर पर कार्यरत रही हैं. इसेक साथ ही अगर द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीतती हैं तो वे राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी.
कौन हैं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ?
वहीँ विपक्ष के तौर पर केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने उमीद्वारी की है. सिन्हा ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में काम किया इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में कार्यरत रहे. सिन्हा ने पूर्व पीएम चंद्रशेखर की सरकार में एक साल 1990 से 1991 तक काम किया. वहीँ पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में करीब चार साल 1998 से लेकर 2002 तक काम किया. बता दें यशवंत सिन्हा ने विदेश मंत्री के तौर पर भी काम किया है. वहीँ भारतीय जनता पार्टी में वे एक कद्दावर नेता के तौर पर जाने जाते थे. उन्होनें वर्ष 2018में भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कहा था जिसके बाद वो अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए उमीद्वारी के रूप में चुने जाने के एक दिन पहले उन्होनें तृणमूल कांग्रेस को भी अलविदा कह दिया.
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी
बता दें कि यशवंत सिन्हा को टक्कर देने के लिए द्रौपदी मुर्मू एक दम परफेक्ट कैंडिडेट हैं. द्रौपदी को जिन क्षेत्रीय दलों का समर्थन मिला है उनमें बीजद, वाईएसआरसीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक, तेदेपा, जद (एस), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झामुमो शामिल हैं.
कितना है सांसद और विधायकों के वोट का मूल्य?
- एक सांसद (MP) के वोट का मूल्य 700 है
- उत्तर प्रदेश में हर विधायक के वोट का मूल्य 208 है
- झारखंड और तमिलनाडु में वोट का मूल्य 176 है
- महाराष्ट्र में वोट का मूल्य 175 है
- सिक्किम में प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 7 है
- नगालैंड में वोट का मूल्य 9 है
- मिजोरम में वोट का मूल्य 8 है
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