फिल्मों के करियर पर पानी फेरने वाली वेब सीरीज ने जब से फिल्म जगत में कदम रखा है तबसे OTT प्लेटफॉर्म्स लोगो की पहली पसंद बन गए हैं। OTT प्लेटफॉर्म्स में शामिल नेटफ्लिक्स न सिर्फ बाहर के देशों में बल्कि भारत में भी लोगों की पहली पसंद बन चुका है।
DVD से शुरू हुआ था सफर
नेटफ्लिक्स की शुरुआत रिड होस्टिंग्स ने की थी। उन्होंने जब इसकी स्थापना की थी उस वक्त उनके पास इतना बजट नहीं था कि वे इसका ठीक ढंग से प्रमोशन कर सकें। इसके लिए उन्होंने घर-घर जाकर शो की डीवीडी बेंचना प्रारंभ किया था। बता दें, नेटफ्लिक्स अपने शोज़ और महंगे प्लान्स के लिए जाना जाता है। स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर इसके लाखों-करोड़ों पेड यूजर्स हैं। कंपनी समय-समय पर अपने प्लान्स के दाम घटाती रहती है।
NETFLIX के मालिक से भी हुई थी गलती
90 के दशक में लोगों को फिल्में देखने का शौक था हालांकि उनके पास उस वक्त ज़्यादा विकल्प नहीं थे। उन दिनों फिल्में देखने दो ही ज़रिये हुआ करते थे जिनमें पहला थिएटर और दूसरा कैसेट था। यह वो दौर था जब कैसेट को किराये पर लिया जाता था और पूरा मोहल्ला एक साथ बैठकर देखता था।
ऐसे में कैसेट किराये पर लेने के कुछ नुक्सान थे, जैसे समय पर न लौटाने पर बेचने वाला अधिक मूल्य लेता था। इसके अलावा आप इसे कुछ ही समय के लिए अपने पास रख पाते थे। कुछ ऐसा ही किस्सा रीड के साथ भी हुआ था। 1997 में उन्होंने एक फिल्म की कैसेट किराये पर ली थी। किसी काम में व्यस्त होने की वजह से वे उसे वापस करना भूल गए जिसके लिए उपभोक्ता ने उनसे 40 डॉलर लेट फी ले ली थी। कैसेट लेट वापस करने की वजह से रीड काफी शर्मिंदा हुए थे और उन्होंने इस बारे में अपनी पत्नी को भी बताया था।
जिम की फीस जमा करते हुए आया आइडिया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रीड को नेटफ्लिक्स का आइडिया जिम में कसरत के दौरान आया था। दरअसल, वे अपनी जिम की फीस जमा कर रहे थे इस दौरान उन्होंने इसकी तुलना फिल्मों से की। उन्होंने कहा कि जिस तरह जिम में फीस जमा करके पूरा महीना या लम्बे समय तक ट्रेनिंग पर आया जा सकता है, उसी तरह का कुछ यदि फिल्मों के साथ हो तो कैसा हो? उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा हो तो लोग अपनी मनपसंद फ़िल्में कभी भी देख सकेंगे।
शुरू हुआ सफर
नेटफ्लिक्स की शुरुआत रीड होस्टिंग्स और मार्क रैंडोल्फ ने 29 अगस्त 1997 में कैलिफ़ोर्निया की स्कॉट्स वैली में 30 कर्मचारियों के साथ की थी। शुरुआत में नेटफ्लिक्स में 2.5 मिलियन का निवेश किया गया था जिसकी वजह से ये दुनिया का पहला ऑनलाइन DVD रिटेलर बन गया था।
ऐसी अलग तरीके का ऑनलाइन DVD स्टोर दुनिया भर में सुर्खियां बंटोर रहा था। लोग अपनी पसंद की फिल्मों की DVD बुक करते थे और कंपनी उनके लिए एक नंबर जेनेरेट करके उन्हें वह DVD भेज देती थी जिससे वे फिल्में कभी भी देख सकते थे।
DVD स्टोर से बना स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म
गौरतलब है, समय के बदलते दौर के साथ रीड और उनके साथियों ने इंटरनेट की दुनिया में कदम रखने का फैसला किया। 1998 में NETFLIX.COM के नाम से वेबसाइट लांच की गई। अब लोग न सिर्फ मोबाइल से बल्कि वेबसाइट के जरिये भी अपनी DVD बुक कर सकते थे। कुछ समय बाद NETLFIX ने सब्सक्रिप्शन जैसी सर्विस देना भी शुरू कर दिया जिससे लोग अपनी मन पसंद फिम्लों की DVD कभी भी बुक कर सकते थे। सन् 2000 में NETFLIX ने वीडीओ ऑन डिमांड की पॉलिसी लांच करी जिसमें लोग अपने पसंद की फिल्म वेबसाइट पर जाकर देख सकते थे। कंपनी 2005 में ही 42 लाख पेड यूज़र बटोर चुकी थी जिसके बाद 2007 में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग शुरू की गई और यह सफल रही।