उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों में इस बार बीजेपी राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रण में उतरी है। केंद्र से राज्य तक भाजपा के सभी नेता इसी प्रयास में लगे हैं कि देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में कैसे भी करके एक बार फिर सत्ता हांसिल की जाए।
इसी उद्देश्य के तहत देश के प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक तमाम नेता सूबे की ज्यादातर विधानसभाओं में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और जनता से वोट की अपील कर रहे हैं।
ऐसे में सीएम योगी भी प्रदेश की जनता से घर-घर जाकर उनके पक्ष में वोट देने की अपील करते दिखाई दे रहे हैं। इसमें उनके समर्थक उनका काफी साथ दे रहे हैं। इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं जो योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनते हुए देखने को लेकर पूजा-पाठ कर रहे हैं।
भाई की जीत के लिए करती हैं पूजा
इनमें लोगों में कोई और नहीं बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ की बड़ी बहन शशि पयाल शामिल हैं। वे रोज़ाना ढाई किमी का सफर तय करके नीलकंठ महादेव मंदिर जाती हैं और अपने भाई की जीत के लिए प्रार्थना करती हैं।
मालूम हो, सीएम योगी का परिवार बेहद ही गरीबी में गुज़र-बसर करता है। उनकी बड़ी बहन शशि पयाल पौड़ी गढ़वाल स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर के बाहर प्रसाद और अन्य खाद्य सामग्री की दुकान चलाती हैं।
मंदिर के बाहर प्रसाद बेंचकर करती हैं गुजारा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम योगी की बहन शशि की शादी कोठार गांव के निवासी पूर्ण सिंह पयाल के साथ हुआ था। शशि ने इंटर तक पढ़ाई की थी। इसके बाद उनकी शादी कर दी गई। शादी के बाद वे अपने पति के साथ मंदिर के बाहर पूजा सामग्री और प्रसाद बेंचकर गुज़ारा करती हैं।
देश के सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री की बहन होने के बावजूद शशि बेहद ही गरीबी में गुज़ारा करती हैं। लेकिन उनकी इच्छा है कि उनका भाई एक बार फिर सूपी का सीएम बने। वे उनके मस्तक पर जीत का तिलक लगते हुए देखना चाहती हैं।
28 सालों से नहीं बांधी राखी
सीएम योगी के साथ बिताई हुईं बचपन की यादों को साझा करते हुए शशि ने बताया कि उन्होंने 28 साल से अपने भाई को राखी नहीं बांधी है। उन्होंने बताया कि साल 1994 में योगी आदित्यनाथ ने सन्यास ले लिया था तब से लेकर आजतक हम लोगों ने एक बार भी बात नहीं की है। हालांकि, वे हर साल सीएम योगी को रक्षाबंधन के मौके पर राखी भेजती हैं।
इसके अलावा शशि ने बताया कि सीएम योगी को बचपन में उनके हाथ का पका हुआ भोजन काफी स्वादिष्ट लगता था लेकिन पिछले 28 सालों से दोनों ने साथ में बैठकर खाना नहीं खाया है।
गौरतलब है, सीएम योगी आदित्यनाथ का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के पंचूर गांव में हुआ था। वे सात भाई-बहनों में 5वें नंबर आते हैं।