इस देश में कई विद्यार्थी बचपन से एक ही सपना देखते हैं कि वे एक दिन बड़े होकर यूपीएससी का एग्ज़ाम क्लीयर करेंगे और आईएएस या आईपीएस बनकर अपने माता-पिता का नाम रौशन करेंगे।
इन सपनों को पूरा करने की ज़िद में तमाम छात्र अपना घर-बार छोड़कर लक्ष्य की ओर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस दौरान उनका सफर काफी मुश्किलों भरा होता है, घर की याद सताती है लेकिन मंजिल की चाहत उन्हें कमज़ोर होने से रोकती है। हालांकि, इनमें कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो मंजिल तक का रास्ता तय करने से पहले ही हार मान लेते हैं।
बहरहाल, आज हम जिस महिला अधिकारी के विषय में आपको बताने जा रहे हैं उन्होंने अपने जीवन में पीछे मुड़कर देखना कभी सीखा ही नहीं। उन्होंने सदैव अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा और उसे पाकर ही चैन लिया।
इनका नाम नवजोत सिमी है। ये 2017 बैच के बिहार कैडर की आईपीएस ऑफिसर हैं। इन्होंने अपने यूपीएससी के लिए डॉक्टरी छोड़ दी थी।
पंजाब में जन्मीं नवजोत सिमी
बता दें, 21 सितंबर 1987 को पंजाब के गुरदासपुर में जन्म लेने वाली नवजोत सिमी ने अपनी शुरुआती शिक्षा पाखोवाल स्थित मॉडल पब्लिक स्कूल से पूरी की। वे बचपन से ही अधिकारी बनने का सपना देखती थीं। हालांकि, साल 2010 में उन्होंने लुधियाना स्थित बाबा जसवंत सिंह डेंटल कॉलेज, अस्पताल और अनुसंधान संस्थान से बीडीएस की डिग्री प्राप्त की और चिकित्सक बन गईं।
डॉक्टरी छोड़ UPSC का लिया फैसला
बाद में उन्होंने यह पेशा छोड़ दिया और दिल्ली आकर अपने सपनों को पूरा करने की नई शुरुआत की। यहां उन्होंने जमकर यूपीएससी की तैयारी की जिसके नतीजतन साल 2016 में उन्होंने लिखित परीक्षा पास कर ली। हालांकि, वे साक्षात्कार के दौरान रह गईं।
लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उन्होंने जीतोड़ मेहनत की। साल 2017 में नवजोत ने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उन्होंने 735वीं रैंक हासिल की और आईपीएस अधिकारी बन गईं।
IPS बनने के बाद IAS से की शादी
गौरतलब है, आईपीएस बनने के बाद उन्हें बिहार में नियुक्ति मिली। इसके बाद साल 2020 में उन्होंने वैलेंटाइन डे के मौके पर ऑफिस में ही शादी रचाई थी। उन्होंने 2015 बैच के आईएएस अधिकारी तुषार सिंगला के साथ उनके ऑफिस में ही शादी की थी।