आज के दौर ज्यादातर युवा दूसरों की नौकरी करने की बजाए खुद का स्टार्टअप खड़ा करने का सपना देखते हैं। वे अपने दमपर बिजनेस स्थापित करने के लिए हाथ-पैर मारते हैं। इसके तमाम उदाहरण आज हमारे सामने मौजूद हैं। जिन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए विज़न तैयार कर उसपर कार्य किया और समय के साथ हाथ मिलाकर चलना शुरु किया। इसके बाद उनके व्यापार ने रफ्तार पकड़ी और आज वे एक उद्यमी के रुप में पूरी तरह से पहचान बना चुके हैं।
आज हम आपको ऐसे ही एक युवा बिजनेसमैन के विषय में बताने जा रहे हैं जिसने अपने व्यापार की शुरुआत मामूली रुप में की थी लेकिन उसकी मेहनत और लगन ने उसे बुलंदियों पर पहुंचा दिया।
गुजरात में जन्में अनुज
इनका नाम अनुज मुंद्रा है। इनका जन्म गुजरात में हुआ था। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जयपुर के सरकारी विद्यालय से पूरी की इसके बाद परिवार का हाथ बंटाने के लिए काम-काज शुरु कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2001 में उन्होंने जयपुर में एक साड़ी सेंटर पर नौकरी शुरु कर दी। यहां पर उन्हें 1400 रुपये महीने मिलते थे।
शुरु किया अपना कारोबार
इस दौरान वे अक्सर अपना बिजनेस शुरु करने के लिए सोंचते थे, लेकिन समस्या थी फंड की। अनुज ने साल 2003 तक इस नौकरी को किया। इसके बाद उन्होंने यह नौकरी छोड़कर अपना काम शुरु किया। इसमें वे सूट का व्यापार करते थे। वे बड़े व्यापारियों से होल सेल में सलवार-सूट के पीस खरीद लिया करते थे बाद में उन्हें छोटे-छोटे दुकानदारों को बेंच दिया करते थे।
इस कारोबार से उन्होंने इतना पैसा बचा लिया कि वे इससे बड़े स्तर पर कारोबार शुरु कर सकें।
जानकारी के अनुसार, अनुज ने जयपुर में इस पैसे से ब्लॉग और स्क्रीन प्रिंटिंग का काम शुरु कर दिया।
ऑनलाइन बिजनेस का आया आइडिया
साल 2012 में वे किसी काम से दिल्ली आए थे। यहां उन्होंने चौक-चौराहों पर ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म्स जैसे कि स्नैपडील और जबॉन्ग के पोस्टर्स देखे। इनको देखकर उन्हें आभास हुआ कि आने वाला समय ऑनलाइन साइट्स के जरिये शॉपिंग का है।
इसके बाद वे अपना काम निपटाकर जयपुर वापस लौट आए और एक सीए से मुलाकात की। उससे उन्होंने कंपनी की शुरुआत के लिए आवश्यक चीजों के विषय में जानकारी ली।
शुरु की अपनी कंपनी
इसके बाद उन्होंने साल 2012 में ही अपनी कंपनी नंदिनी क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की। इसके तहत उन्होंने एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार किया जिसमें सलवार सूट मिलते थे। उनके इस प्लेटफॉर्म का नाम jaipurkurti. com है।
अब उनके सामने समस्या थी कि वे कंपनी के लिए माल कैसे तैयार करें। इसके लिए अनुज ने अपने दोस्तों से लगभग 50 हजार रुपये उधार लिए और बैंक से लोन लिया। इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी वंदना के साथ मिलकर 10 सिलाई मशीनें खरीदीं। बाद में उन्होंने कुर्तियों को डिजाइन और प्रिंटिंग का काम शुरु किया।
ऑनलाइन शॉपिंग ऐप से किया लिंक
मालूम हो, अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में प्रोडक्ट्स को तैयार करने के बाद अनुज ने अपनी कंपनी को ऑनलाइन शॉपिंग ऐप्स जैसे कि स्नैपडील, फ्लिपकार्ट और जबॉन्ग पर लिस्ट करवाया।
जानकारी के मुताबिक, शुरुआती वर्ष में उन्हें इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से 59 लाख का फायदा हुआ। इसके अलावा कपड़ों के बाजारों में उनकी कंपनी की पहचान स्थापित हुई।
गौरतलब है, साल 2019 में अनुज की कंपनी ने 7.12 करोंड़ का बिजनेस किया था। वहीं, 2020 में इनकी कंपनी ने लॉकडाउन के बावजूद 7.37 करोंड़ की सेल की थी।