9/11 हमलों के बाद जब मुल्ला उमर अमेरिकी सैनिकों से बचकर भाग रहा था तो उसने अपनी कार एक जगह मिट्टी में दबा दी । अब पूरे 21 साल बाद तालिबान लड़ाकों ने अपने संस्थापक मुल्ला उमर की कार को जमीन से निकाला है । आइये जानते है क्या है पूरा मामला ।
9/11 हमलों के बाद भागा था मुल्ला उमर
9/11 के हमलों ने अमेरिका समेत पूरे विश्व को झकझोर दिया था । यह एक बड़ी आतंकी घटना थी जिसमे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर समेत कई प्रमुख जगहों को निशाना बनाते हुए हमले हुए और हजारों लोगों की जान गयी । इस घटना के बाद अमेरिका ने तालिबान को सबक सिखाने के लिये अफगानिस्तान पर हमला किया । जिसके बाद मुल्ला उमर को जान बचाने के लिये इधर उधर भटकना पड़ा । कंधार से जाबुल आने के लिए उसने अपनी टोयोटा कार का उपयोग किया ।
गड्ढा खोदकर दबा दी कार
टोयोटा कार से जाबुल पहुंचकर मुल्ला उमर ने जाबुल प्रांत की ही एक सुनसान सी जगह पर कार को गड्ढा खोदकर दफन कर दिया । गाड़ी को दफन करते वक्त उसे प्लास्टिक कवर से ढका गया था ताकि सुरक्षित रहे । हालांकि जगह के बारे में कम की लोगो को जानकारी थी कि कहां पर दफन किया गया है।
सुरक्षित मिली कार
तालिबान लड़ाकों द्वारा 21 साल बाद निकाली गई कार की फ़ोटो वायरल हो रही है। प्लास्टिक कवर में होने के कारण कार सुरक्षित निकली है। कार को निकालने के बाद बताया जा रहा है कि तालिबान इसे नेशनल म्यूसियम में रखेगा । इसे तालिबान अपने आका की याद में सुरक्षित रखना चाहता है ।
कौन था मुल्ला उमर
अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में 1960 में जन्मे मुल्ला उमर ने 1994 में तालिबान की स्थापना की और 1996 में उसने अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज हो गया। बताया जाता है कि उसने 80 के दशक में सोवियत के खिलाफ जंग में भी भाग लिया जिसमे उसकी एक आंख खो दी । अमेरिका पर हमला होने ने बाद जब अमेरिका ने अफगानिस्तान में हमला किया तो मुल्ला उमर भागा भागा फिरा । 2013 में लंबी बीमारी के बाद मुल्ला उमर की मौत हो गयी । तब वह तालिबान का प्रमुख था । हालांकि उसकी मौत की खबर 2015 में बाहर आई ।