उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में अब अंतिम चरण को लेकर मतदान बाकी है। इसके बाद नतीजे सबके सामने होंगे कि आखिर जनता ने किस पार्टी के सिर पर जीत का सेहरा सजाया है।
ऐसे में सभी दल अंतिम चरण के चुनाव से पहले जनता के बीच पूरी तैयारी के साथ पहुंच रहे हैं। एक तरफ योगी आदित्यनाथ हैं तो दूसरी तरफ अखिलेश यादव। दोनों एक-दूसरे पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
सीएम योगी उन्हें बबुआ कहकर ताना मारते हैं तो वहीं, सपा सुप्रीमो उन्हें बाबा मुख्यमंत्री कहकर संबोधित करते हैं।
‘इंग्लैंड में शपथ लेंगे अखिलेश..’
इस बीच सीएम योगी का एक बनाय इन दिनों काफी चर्चा में है। हाल ही में योगी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘11 मार्च को अखिलेश इंग्लैंड में जाकर शपथ लेंगे।‘
बता दें, एक इंटरव्यू के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सपा सुप्रीमो को लेकर सवाल किया गया था। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि, ‘मैंने सोशल मीडिया पर देखा है कि उन्होंने 11 मार्च को इंग्लैंड का टिकट बुक करा लिया है। वह इंग्लैंड में जाकर शपथ लेना चाहते होंगे।‘ उन्होंने आगे कहा कि, ‘मेरे पास उनकी सारी जानकारी आ जाती है।‘
‘जीत के बाद चलेगा बुलडोजर..’
इसके अलावा सीएम योगी से उनकी चुनाव जीतने के बाद की रणनीतियों के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘सबसे पहले हमारी तरफ से जो लोक कल्याण संकल्प पत्र जारी किया है, उसपर काम करेंगे। इसके साथ ही हमारा बुलडोजर भी चलेगा और लोक कल्याणकारी काम भी आगे बढ़ेगा।‘
अयोध्या से नहीं मिला टिकट?
वहीं, साक्षात्कार के दौरान सीएम योगी ने विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे उस सवाल का भी जवाब दिया जिसमें पार्टियां दावा कर रही हैं कि बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को अयोध्या या मथुरा से चुनाव लड़ने के लिए टिकट ही नहीं दिया। इसपर सीएम योगी ने कहा कि, ‘अगर मैंने गोरखपुर छोड़कर अयोध्या से चुनाव लड़ा होता तो लोग तंज कसते हुए कहते कि गोरखपुर से भाग गए। इसलिए मैं अपनी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ रहा हूं।‘ इसी के साथ उन्होंने आगे कहा कि, ‘मुझे पार्टी जहां भेजती मैं वहां से लड़ता लेकिन मेरी भी इच्छा गोरखपुर से ही लड़ने की थी।’