हालात चाहे जैसे भी हो लक्ष्य अगर तय कर लिया है तो कामयाबी से भला कौन रोक सकता है. जिसे अपनी मंजिल पता है वहां उसे पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता . इस बात को सच साबित कर दिखया है बिहार की रहने वाली श्रीजा ने जिन्होंने 99.4 प्रतिशत लाकर एक मिसाल कायम की है. बिहार की इस होनहार बिटिया की कहानी हैरान कर देने वाली है.
ना मां का साया ना पिता का साथ
बिन मां की श्रीजा नाना नानी के पास रह कर बिहार में टॉप कर के दिखाया है कि, कैसे जब हौसले बुलंद हों तो खुद के दम पर मुकाम हासिल किया जा सकता है. जी हां हम बात कर रहे हैं CBSC बोर्ड में 10 वीं में बिहार में टॉप करने वाली श्रीजा कि जिसने अकेले के दम पर टॉप किया और आज चारों तरह इनकी तारीफ हो रही है.
श्रीजा ने दसवीं बोर्ड परीक्षा में 99.4 प्रतिशत अंक लाकर इतिहास रच दिया , लेकिन श्रीजा के लिए ये नंबर लाना इतना आसान नहीं था, क्योंकि बचपन में ही मां का साया उठ गया पिता जिसे अपनी मासूम सी बच्ची को मां और पिता दोनों का प्यार देना चाहिए उसकी जिम्मेदारी संभालनी उठानी चाहिए थी. उसने उसे घर से निकाल दिया और कभी उसकी खोज खबर भी नहीं ली, दूसरी शादी कर अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गया.
नाना नानी के घर पढ़ाई कर हासिल हासिल किया 99.4 प्रतिशत

बता दें श्रीजा अपने नाना नानी और दो मामा के साथ रहती हैं जिन्होनें उसे ना कि संभाला बल्कि आगे बढ़ने का हौसला भी दिय जिसका नतीजा ये निकला कि आज श्रीजा ने पूरे बिहार में नाम रोशन किया. श्रीजा पढ़ाई में बहुत तेज हैं हैरानी कि बात तो ये है कि श्रीजा ने कभी ट्यूशन भी नहीं लिया अपने दम पर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया. श्रीजा ने बताया वो आगे साइंस में IIT मद्रास में एडमिशन लेना चाहती हैं. श्रीजा अपनी इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं.
बिहार के इतिहास के पन्नों में दर्ज किया नाम

श्रीजा की नानी का कहना है श्रीजा ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में अव्वल लाकर परिवार और पूरे बिहार का नाम रोशन किया है. श्रीजा को ना तो मां का प्यार मिला ना पिता का साथ इसके बावजूद श्रीजा ने कभी भी हालातों के आगे हार नहीं मानी नाना नानी के घर रह कर पढ़ाई की और आज सबके लिए एक मिसाल बन गई. बिहार के इतिहास के पन्नो में अपना नाम दर्ज कर ये कहावत सच साबित कर दी कि प्रतिभा कभी किसी की मोहताज नहीं होती.