प्रधानमंत्री मोदी का डिजिटल इंडिया अभियान कितना सफल हुआ इसकी बानगी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं। आज हम आपको डिजिटल इंडिया के उस कीर्तिमान के विषय में बताने जा रहे हैं जिसने सभी को आश्चर्य चकित कर दिया है।
दरअसल, बिहार के बेतिया में एक भिखारी ने पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान से इंसपायर होकर खुद को अपग्रेड कर लिया है।
upi के जरिये लेता है पेमेंट
अब वह भीख मांगने के पारंपरिक तरीकों को छोड़कर upi पेमेंट्स के जरिये भीख लेता है। जी हां, ये अजब-गजब भिखारी अपने साथ QR CODE लेकर चलता है, जब कोई व्यक्ति इसे छुट्टे नहीं है कहकर टालने की कोशिश करता है उस समय यह अपने गले में टंगे QR CODE से upi के जरिए भीख देने की मांग करता है।
इस मासूम भिखारी का नाम राजू है। इसे अक्सर बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन आदि के बाहर पाया जाता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, इसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। इसलिए यह भीख मांगकर अपना गुज़ारा करता है।
बैंक में खुलवाया खाता
गौरतलब है, राजू ने QR CODE के जरिए भीख लेने के तरीके के विषय में किसी अन्य व्यक्ति से सुना था। उसे पता चला कि अगर वह बैंक में खाता खुलवा ले और उसे upi के लिंक करा ले तो लोग उसे डॉयरेक्ट बैंक खाते में भीख देंगे। बस फिर क्या था राजू पहुंच गया बैंक। वहां उसने अपना खाता खुलवाया और उसे upi से लिंक करवा लिया। अब वह QR CODE लेकर घूमता है, जो भी उसे पैसे देने से इनकार करता है उसके सामने इस कोड को रख देता है।
कब सुधरेंगे इनके हालात?
बहरहाल, किसी भी देश के लिए यह अच्छी बात है कि उसके नागरिक समय के साथ बदलना सीख रहे हैं और खुद को नए ढांचे में डालने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, राजू की कहानी ने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा किया है कि आखिर सरकार ने इन भिखारियों के लिए किया क्या है? आखिर क्यों आजादी के 75 साल बाद भी लोग भीख मांगकर अपना पेट पालते हैं। आखिर कब तक सरकारें कुंभकर्ण की नींद सोती रहेंगी? कब इन गरीब-असहाय लोगों को दो वक्त की रोटी बिना किसी के आगे हाथ फैलाए मिलेगी?