Wednesday, November 27, 2024

देशी तकनीक लगाकर 25 साल के इस किसान ने कमाये 95 लाख रुपये

भारत मे खेती को अधिक मुनाफे का सौदा नही माना जाता। उसकी वजह है यहां की जलवायु में होने वाले परिवर्तन । ये परिवर्तन कभी किसानों के लिए वरदान साबित होते है तो कभी अभिशाप । कुछ संवेदनशील फसलों के मामलों में तो कई बार किसान भारी कर्जे और बर्बाद होने की स्थिति में भी आ जाते है ।

आलू और प्याज जैसी फसलें जोकि भंडारण मांगती है उनमें ऐसा अधिकतर होता है । इन फसलों में किसान की आय स्टोरेज के महंगा होने की वजह से अधिक नही हो पाती और किसान की बजाय गौदामो के मालिक ज्यादा मुनाफा कमा जाते है। एक किसान के लिए स्टोरेज की व्यवस्था करना बहुत मुश्किल काम है।

झाबुआ के रहने वाले इनोवेटर रोहित पटेल ने इसी मुश्किल को आसान करते हुए फसल से मुनाफा कई गुणा करने का रास्ता खोज निकाला

खुद करते है प्याज का भंडारण (Onion Storage)

आम तौर पर किसान प्याज को भंडारण करने के लिये कोल्ड स्टोरेज पर निर्भर होता है। कोल्ड स्टोरेज महंगा होने के कारण किसान अपनी फसल को पैदा होते ही औने पौने दाम में मार्किट में बेच देता है जिससे 3-4 रुपये प्रति किलो की कमाई ही हो पाती है । जबकि भंडारण करने वाले कोल्ड स्टोरेज के मालिक या मीडिएटर प्याज को स्टोर करके ऑफ सीजन में बेंचते है जिससे उन्हें कई गुणा तक मुनाफा मिलता है । अमूमन उस समय प्याज का मूल्य 5-7 गुणा तक हो जाता है ।

झाबुआ के रहने वाले इनोवेटर रोहित पटेल (Rohit Patel) ने एक देसी तकनीक ईजाद की है जिससे वे अपनी फसल को खुद स्टोरेज कर सकते है और इसके लिए उन्हें किसी महंगे कोल्ड स्टोर की जरूरत नही पड़ती । इस तकनीक से उन्हें प्याज को खराब होने के डर से जल्दी बेचने की जरूरत भी नही पड़ती ।

कैसे काम करती है देशी तकनीक

रोहित पटेल (Rohit Patel) प्याज के भंडारण करने के लिए एक कमरे में ड्रम और एग्जॉस्ट पंखा का प्रयोग करते है। सबसे पहले नीचे ईंट बिछाते है । ईंटों के ऊपर प्याज को इस तरह से रखते है कि प्याज जमीन से 6 इंच को उचाई पर रहे।अब ड्रम लगाकर एग्जॉस्ट फेन के माध्यम से प्याज को हवा दी जाती है। इस विधि में सभी प्याज तक हवा पहुंच जाती है और प्याज को एक साल तक सुरक्षित रखा जा सकता है ।

10 हजार किसानों ने अपनाई ये तकनीक

बचपन से ही कृषि में रुचि रखने वाले रोहित ने ये देसी तकनीक विभिन्न माध्यमो से अन्य किसानों को पहुँचाई । इस तकनीक को अब तक 10 हजार से ज्यादा किसान अपना चुके है। देश के अनेक हिस्सो के अलावा कई विदेशी किसान भी उनसे इस तकनीक को सीख कर घर पर ही प्याज स्टोर कर रहे है और अपनी फसल का उचित मूल्य पा रहे है।

इन्फोसिस द्वारा किया गया सम्मानित

रोहित पटेल को अपनी इस तकनीक के लिए 2020 में इंफोसिस (Infosys ) द्वारा 10 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया गया । इंफोसिस द्वारा देशभर के युवा उद्यमियो के आवेदन मांगे गए थे जिसमें 3 हजार से ज्यादा लोगो के आवेदन लिए गए। देश के टॉप 10 स्टार्टअप्स में रोहित पटेल को चुना गया और कंपनी द्वारा 10 लाख की सम्मान राशि के द्वारा सम्मानित किया गया। रोहित ने अपनी इस देसी तकनीक के माध्यम से पिछले कुछ वर्षों में लाखों रुपये का मुनाफा कमाया है।

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