Saturday, March 15, 2025

फ़िल्म रॉकेट्री : द नम्बी इफ़ेक्ट – जानिए कौन है वैज्ञानिक नम्बी जिनके लिए शाहरुख और सूर्या ने माधवन की इस फ़िल्म के लिए कोई फीस नही ली

रॉकेट्री : द नम्बी इफ़ेक्ट ( Rocketry The Nambi Effect) एक भारतीय वैज्ञानिक नम्बी नारायणन (Nambi Narayanan) के जीवन पर आधारित है। आर माधवन ने इस फ़िल्म को लिखने के साथ डायरेक्ट भी किया है। आर माधवन को मानो नम्बी जी के जीवन से एक जुड़ाव सा हो गया हो। वे फ़िल्म के निर्माताओं में से एक हैं और प्रमुख रोल निभा रहे हैं।

शाहरुख खान की प्रायोगिक फ़िल्म ‘जीरो’ में आर माधवन ने कैमियो किया था। शाहरुख की ये अब तक की लास्ट रिलीज है और उन्होंने तीन फिल्मों की घोषणा कर दी है। राजकुमार हिरानी के साथ डंकी, अतली के साथ जवान और यश राज फ़िल्मज़ के साथ पठान। इन तीनो फिल्मों से वे बड़े पर्दे पर जोरदार कमबैक करने जा रहे हैं। इन तीन फिल्मों के अलावा उन्हें मैडी की फ़िल्म ‘ रॉकेट्री : द नम्बी इफ़ेक्ट ‘ में कैमियो करते देखा जाएगा।

नम्बी नारायणन आर माधवन Nambi narayanan with R madhavan

कौन है नम्बी नारायणन ( who is Nambi Narayan )

एस नम्बी नारायणन का जन्म 12 दिसंबर 1941 को हुआ था। वे एक भारतीय एयरोस्पेस इंजीनियर हैं जिन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के लिए काम किया है। उन्हें 2019 में भारत सरकार द्वारा तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है। नम्बी जी ने विकास इंजन को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसका उपयोग भारत द्वारा लॉन्च किए गए पहले पीएसएलवी (Polar Satellite Launch Vehicle) के लिए किया गया।

अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में नम्बी जी क्रायोजेनिक्स डिवीजन के प्रभारी थे। 1994 में, उन पर जासूसी का झूठा आरोप लगाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। अप्रैल 1996 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनके खिलाफ आरोपों को खारिज कर दिया गया था, और भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें 1998 में नॉट गिल्टी घोषित किया था।

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2012 में मोहन लाल के साथ बनने जा रही थी नम्बी नारायणन बायोपिक

2012 में फिल्मकार अनंत महादेवन ने नम्बी नारायणन पर फ़िल्म बनाने की घोषणा की थी। उस वक़्त फ़िल्म में मलयालम स्टार मोहन लाल को प्रमुख रोल में लिया गया था। इसे तमिल और हिंदी, दोनों ही भाषाओं में निर्मित करने का निर्णय लिया गया था। बाद में प्रोडक्शन हाउस की कमी के चलते फ़िल्म को रोकना पड़ा। बाद में अनंत महादेवन ने इस सब्जेक्ट के बारे में मैडी को बताया। 2017 में मैडी ने फ़िल्म का एलान किया था। फ़िल्म के प्री प्रोडक्शन में बहुत समय लगा। माधवन को अपने लुक के साथ लोकेशन के लिए खूब मेहनत करनी पड़ी।

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माधवन ने वजन बढ़ाने के साथ 2 साल तक स्क्रिप्ट भी लिखी

रॉकेट्री द नम्बी इफ़ेक्ट के लिए मैडी ने नम्बी जी के साथ बहुत वक़्त बिताया। वे उनके जीवन की हर बारीक से बारीक बात जानना चाहते थे। मैडी को ये स्क्रिप्ट लिखने में लगभग 2 साल का वक़्त लग गया। नम्बी के किरदार में घुसने के लिए मैडी ने प्रोस्थेटिक्स मेकअप और वजन घटाने बढ़ाने का निर्णय लिया। इसके लिए उन्होंने अपने मित्र आमिर खान से सलाह ली। सबसे पहले बूढ़े नम्बी के किरदार के लिए मैडी ने अपना वजन बढ़ाया फिर वजन घटाने के बाद युवा नम्बी नारायणन के सीन्स की शूटिंग की। उन्हें मेकअप के लिए कई घंटों तक बैठना पड़ता था। इस फ़िल्म को एक साथ हिंदी, अंग्रेजी और तमिल में शूट किया गया है।

जब जनवरी 2019 को शूट शुरू हुई तब फ़िल्म के निर्देशक अनंत महादेवन को अपने पहले से तय कामों के कारण इस फ़िल्म को छोड़ना पड़ा तब आर माधवन ने निर्देशन की कमान संभाली और ट्रेलर देखकर लग रहा है कि वे बहुत बड़ा बम फोड़ने वाले हैं।

जीरो की शूटिंग के दौरान शाहरुख को सुनाई थी कहानी

शाहरुख ने जिस फ़िल्म में बौने बउवा का किरदार निभाया था उसी फिल्में में मैडी ने कैमियो किया था। शूटिंग के दौरान मैडी ने ऐसे ही शाहरुख को फ़िल्म की कहानी सुना दी थी। शाहरुख ने कांसेप्ट की तारीफ की और वो कहानी उनके दिमाग मे रह गई। कुछ दिनों बाद मैडी और शाहरुख फिर मिले। शाहरुख के बड्डे पार्टी में मैडी ने रॉकेट्री से संबंधित कोई बात नही की जबकि खुद शाहरुख ने आगे से आकर उस फिल्म के बारे में बात करना शुरू किया। माधवन अचरज में पड़ गए कि इतने बड़े स्टार को उनकी कहानी अब तक याद है। शाहरुख ने तुरंत ही मैडी से कहा कि वे उनकी फिल्म में रोल करना चाहते हैं। माधवन को लगा कि वे ऐसे ही कह रहे हैं, उन्होंने धन्यवाद कहा। शाहरुख ने सिरियस होकर कहा कि वे मज़ाक नही कर रहे हैं।

शाहरुख ने सामने से कहा कि कब शूट करना है

लगभग एक-दो दिन बाद माधवन ने शाहरुख के मैनेजर को धन्यवाद संदेश भेजा। इसलिए धन्यवाद संदेश क्योंकि शाहरुख को उनकी पटकथा याद थी और पसंद भी आई थी। तभी तुरंत शाहरुख के मैनेजर ने कॉल करजे मैडी से कहा कि – खान साब पूछ रहे हैं कि शूट के लिए कब डेट चाहिए। तब माधवन ने कहा कि एक छोटा सा इम्पोर्टेन्ट रोल है। शाहरुख तुरंत राज़ी हुए और शूट पे पहुंच गए। माधवन बताते हैं कि शाहरुख ने फ़िल्म में काम करने के लिए कोई फीस नही ली है। बल्कि अपने टीम, मेकअप और कॉस्ट्यूम के खर्चे खुद वहन किए।

अपने खर्चे पर टीम के साथ चेन्नई से मुम्बई आये थे सूर्या

रॉकेट्री द नम्बी इफ़ेक्ट के हिंदी वर्जन में जो किरदार शाहरुख ने निभाया है वही किरदार तमिल वर्जन में जय भीम के एक्टर सूर्या (Suriya) ने निभाया है। माधवन बताते हैं कि सूर्या ने जब पटकथा सुनी तो तुरंत उस रोल के लिए राजी हो गए। वे अपने टीम के साथ शूटिंग के लिए मुम्बई आये और आर माधवन से कोई फीस नही ली। आर माधवन उन सभी कलाकारों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उनके फ़िल्म में योगदान दिया। खास तौर पर शाहरुख और सूर्या जैसे सितारों के वे शुक्रगुज़ार हैं। कुछ दिनों पहले ही रॉकेट्री के ट्रेलर को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में प्रदर्शित किया गया था।

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