यदि आपसे कहा जाए कि जो बल्ब 100 व 80 रूपये में मिलता है उस बल्ब को आप 10 रूपये में खरीद सकते हैं तो विश्वास नही होगा लेकिन सच यही है। जो बल्ब आप 10 रूपये में खरीदगें उसकी गारंटी 3 साल होगी। आज के समय में बिजली का बिल कम करने के लिए सबसे ज्यादा LED बल्ब का उपयोग किया जाता है। यह बल्ब सरकारी कंपनी कनवर्जेन्स एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड की ओर से आपको मिलेगें लेकिन एक परिवार को केवल 5 ही बल्ब 10 रूपये में मिलेगें।
अभी ग्राम उजाला योजना कुछ राज्य में चल रही है
उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में ग्राम उजाला योजना चल रही है। अगर आप इन राज्यों के निवासी हैं तो आप भी लाभ उठा सकते है। CESL की तरफ से जगह- जगह कैंप लगाकर बल्बों का वितरण किया जा रहा है। बल्ब पाने के लिए आपको ज्यादा चक्कर भी नही काटने पड़ेगें।
मिलेगी तीन साल की गारंटी
इस योजना के तहत एक परिवार को अधिकतम 5 बल्ब दिये जायेंगे। सरकार द्वारा इस बल्ब पर तीन साल की गारंटी भी उपलब्ध कराई जा रही है। तीन साल से पहले बल्ब की ख़राब होने की स्थिति में बल्ब बदलकर नया दिया जाएगा। आप केवल बिजली का बिल दिखाकर ये बल्ब प्राप्त कर सकते है
बल्बों को लेकर सरकार का लक्ष्य
सरकार ऐसा इसलिए कर रही है जिससे बिजली की बचत व कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके । सरकार के अनुसार इन क्षेत्रों में एक साल में 71,99,68,373.27 यूनिट बिजली की बचत हो सकती है। ऐसा करने पर सरकार को लगभग 250 करोड़ रूपये की बचत हो सकेगी। बिजली मंत्रालय की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लि. की सहायक कंपनी सीईएसएल की तरफ से 50 लाख एलईडी बल्ब बांटने की उपलब्धि हासिल की है।
ग्रामीण क्षेत्रों में दूर होगा अँधेरा
ग्राम उजाला योजना में पुराने पीले बल्ब को हटाकर एलईडी बल्ब लगाना है। ऐसा करने से आपके घर की बिजली भी बचेगी और कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा। बिजली बनाने के काम में जो कोयले का उपयोग होता है उसे कम किया जायेगा जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा पर्यावरण में भी सुधार होगा। इस लिए ही बल्ब की इतनी कम कीमत है।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम उजाला योजना को 1 मई 2015 को शुरू किया था
जब इस योजना को शुरू किया था तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह एक ऐतिहासिक योजना होगी। आने वाले समय में भारत के हर एक गांव को इस योजना का लाभ दिया जायेगा। पीएम ने इसे देश को प्रकाश पथ पर ले जाने का सपना बताया था। योजना के शुरू होते ही केवल एक साल में 125 शहरों में करीब 9 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित हुए।