हाल ही में तमिल फ़िल्म उद्योग के सुपरस्टार कमल हासन की नई फिल्म विक्रम सिनेमाघरों में तहलका मचा रही है। वे सिर्फ अभिनेता ही नही हैं बल्कि कई फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखने के साथ निर्देशन भी किया है। वे अपनी कई फिल्मों के निर्माता भी रह चुके हैं।
वे महेश बाबू की तरह हिंदी फिल्म उद्योग को लेकर विवादित बयान देने के बजाय एकता की बात करते हैं। एक दूजे के लिए, सागर, गिरफ्तार और सदमा सहित उहोने हिंदी दर्शकों को कई यादगार फिल्में दी हैं।
आइए उनसे जुड़े ऐसी बातें जानते हैं जिनसे अभी तक कई भारतीय अनजान थे।
1. कमल हासन का असली नाम पार्थ सारथी श्रीनिवासन है। फ़िल्म उद्योग में कदम रखने के लिए उन्होंने ‘कमल हासन’ नाम को चुना और आज यह नाम नही ब्रांड बन चुका है। उन्हें तमिल दर्शक यूनिवर्सल हीरो के नाम से भी पुकारते हैं।
2. कमल हासन की पहली फ़िल्म ‘कलाथुर कन्नम्मा’ (Kalathur Kannamma) थी। इस फ़िल्म में उन्होंने एक ऐसे बच्चे का किरदार निभाया था जिसके माँ-बाप जिंदा होने के बावजूद उसे अनाथालय में जीवन बिताना पड़ता है। 6 वर्ष की उम्र में बेहतरीन एक्टिंग के लिए उन्हें बतौर बाल कलाकार भारत सरकार की तरफ से गोल्ड मैडल दिया गया।
3. भारत मे कई फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जाती हैं और अभी तक सबसे ज्यादा कमल हासन की 7 फिल्में भेजी गई हैं। उन फिल्मों के नाम सागर (1985), स्वाति मुत्यम (1986), नायकन (1987), थिवर मगन (1992), कुरुथिपुनाल (1995), इंडियन (1996) और हे राम (2000) हैं।
4. अधिकतर ऐसा होता है कि जानी दुश्मन जैसी हिंदी फिल्म हॉलीवुड से एक्शन सीन कॉपी करती है। लेकिन कमल हासन के केस में थोड़ा उलट है। विदेशी फिल्मकार क्वेंटिन टैरेंटिनो ने यह बात स्वीकारा कि उन्होंने कमल हासन की ‘अभय’ से प्रेरित होकर अपनी फिल्म ‘किल बिल’ का एक सीन तैयार किया था।
5. वर्ष 1991 में कमल हासन ने मरुधानायगम बनाने का विचार मन मे लाया था। स्क्रिप्ट लिखी फिर अमरीश पुरी और नसीरुद्दीन शाह जैसे दिग्गजों को कास्ट करने की बात कही। 1997 में फ़िल्म के लांच के समय महारानी एलिजाबेथ भी पधारी लेकिन फ़िल्म आज तक नही बन पाई। इसी तरह अपनी फिल्म ‘दशाअवताराम’ के ऑडियो लांच के लिए उन्होंने जैकी चैन को भी आमंत्रित किया था।
6. कमल हासन अपने फिल्मों के एक्शन खुद करने में विश्वास करते हैं इसी कारण उनको 36 फ्रैक्चर्स आ चुके हैं। उन्हें 20 फिल्मफेयर अवार्ड, 4 नेशनल अवार्ड और पद्मश्री और पद्मभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2016 में फ्रांस सरकार ने उन्हें ‘द नाईट ऑफ द ऑर्डर ऑफ आर्ट्स एंड लेटर्स’ से भी सम्मानित किया है।
फ़िल्म उद्योग में कई सारी टेक्नोलॉजी को लाने का श्रेय भी कमल हासन को जाता है। कम्प्यूटर में साउंड रिकॉर्डिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग सॉफ्टवेयर, डॉल्बी स्टीरियो, एनीमेशन और औरो थ्रीडी जैसे तकनीक से उन्होंने अन्य लोगों को अवगत कराया। शंकर अपनी फिल्म रोबोट में पहले कमल हासन को ही लेना चाहते थे लेकिन बात नही बनी।