पिछले कुछ सालों में भारत ने खेल जगत में काफी उपलब्धियां हांसिल की हैं। भारत के खिलाड़ियों ने अपने शौर्य से दुनिया को झुकने पर मजबूर किया है। यही कारण है कि खेल की दुनिया में भारत का नाम ससम्मान लिया जाता है।
आज हम आपको ऐसे ही एक खिलाड़ी के विषय में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपने टैलेंट के दमपर विश्व स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। इनका नाम पीआर श्रीजेश है। ये भारतीय हॉकी टीम में गोलकीपर हैं।
हॉकी इंडिया ने दी जानकारी
इन्होंने वर्ल्ड गेम्स ‘एथलीट ऑफ द ईयर-2021’ का अवॉर्ड अपने नाम किया है। उनके इस उपलब्धि ने पूरे विश्व में भारत का नाम रौशन किया है। इस बात की जानकारी हॉकी इंडिया ने स्टेटमेंट जारी कर दी। इसमें कहा गया कि श्रीजेश को वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीतने के लिए बधाई।
बता दें, 31 जनवरी को श्रीजेश ये खिताब हांसिल करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इनसे पहले भारतीय महिला हॉकी टीम की रानी रामपाल ने ये खिताब जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित महसूस करवाया था।
24 एथलीटों में श्रीजेश को मिला अवॉर्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस पुरुस्कार के लिए विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघों द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का नाम शार्टलिस्ट किया जाता है। इसके बाद वोटिंग प्रक्रिया के जरिये खिलाड़ियों के नाम का इस अवॉर्ड का चयन किया जाता है।
इस बार भारतीय हॉकी महासंघ की तरफ से पीआर श्रीजेश का नाम भेजा गया था। इसमें आईडब्ल्यूजीए के इस 9वें संस्करण में 17 देशों के कुल 24 एथलीटों को उनके अंतरराष्ट्रीय महासंघों द्वारा इस पुरस्कार के लिए चुना गया था।
इस दौरान ऑनलाइन वोटिंग हुई जिसके नतीजतन भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश को विजेता घोषित किया गया। उन्हें कुल 1,27,647 वोट प्राप्त हुए जबकि दूसरे स्थान पर स्पेन के स्पोर्ट क्लाइंबिंग खिलाड़ी अल्बर्ट गिनेस लोपेज रहे। उन्हें कुल 67,428 वोट प्राप्त हुए।
‘खेल रत्न’ से नवाज़े गए श्रीजेश
मालूम हो, साल 2021 श्रीजेश के करियर का बेहतरीन साल रहा। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की तरफ से अच्छा प्रदर्शन करते हुए देश को कांस्य पदक जिताया। उनके शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें सर्वोच्च सम्मान खेल रत्न से नावाज़ा गया। इसके अलावा उन्हें सर्वश्रेष्ठ पुरुष गोलकीपर अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है, पीआर श्रीजेश ने साल 2006 में भारतीय हॉकी टीम के लिए डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक, 2016 में रियो ओलंपिक और 2021 में टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया। रियो ओलंपिक के दौरान श्रीजेश न भारतीय हॉकी टीम का नेतृत्व किया था।