पिछले कुछ सालों में क्रिकेट की लोकप्रियता पूरे विश्व में बढ़ी है। इसका कारण है खिलाड़ियों का अच्छा प्रदर्शन। किसी भी खेल को पसंद किए जाने का मुख्य कारण खिलाड़ी ही होते हैं। उनके दांव-पेंच ही जनता को देखने के लिए मजबूर करते हैं।
आमतौर पर क्रिकेट का खेल बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच खेला जाता है। लेकिन कई बार बॉलर्स अच्छे बल्लेबाजों के आगे घुटने टेक देते हैं जिसकी वजह से वे लाइन और लेंथ के हिसाब से गेंद फेंकने की बजाय उल्टी-सीधी फेंकने लगते हैं। इस परिस्थिति में बल्लेबाज ताबड़तोड़ चौके-छक्के मारते हैं और टीम की झोली में रनों की बारिश करते हैं.
क्या आपने कभी सोंचा है कि कोई ऐसा प्लेयर हो सकता है जिसने अपने पूरे करियर के दौरान एक भी छक्का ना मारा हो।
आमतौर पर ऐसा होना मुश्किल है लेकिन यह बात सच है कि दुनिया में पांच खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने पूरे करियर के दौरान एक भी छक्का लगाने में असफल हुए हैं।
डियोन इब्राहिम
जिम्बाब्वे की टीम में शामिल रह चुके पूर्व बल्लेबाज डियोन इब्राहिम ने अपने क्रिकेट करियर में 29 टेस्ट और 82 वनडे खेले। इन मैचों को मिलाकर उन्होंने कुल 1000 से अधिक रन बनाए। हालांकि, उन्होंने आज तक 1 भी छक्का ना ही बनडे में लगाया और ना ही टेस्ट में।
ज्योफरी बॉयकॉट
अपने नाम से प्रेरणा लेते हुए गेंदबाजों को बॉयकॉट करने की क्षमता रखने वाले पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ज्योफरी बॉयकॉट का नाम इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शामिल था। टेस्ट क्रिकेट में उनकी धुआंधार बल्लेबाजी के लोग कायल थे। उन्होंने 36 वनडे मैच खेले जिनमें उन्होंने 1000 से अधिक रन बनाए। इनमें 1 शतक और 9 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। लेकिन अपने वनडे के करियर में उन्होंने एक भी छक्का नहीं मारा।
थिलन समरवीरा
श्रीलंकाई टीम के महान बल्लेबाज थिलन समरवीरा का नाम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों से दर्ज है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 5000 से अधइक रन बनाए। लेकिन अपने वनडे करियर में वे कुछ खास नहीं कर पाए। अपने 12 साल के करियर में उन्होंने तकरीबन 53 मैच खेले लेकिन एक भी छक्का लगाने में कामयाब नहीं हुए।
कैलम फर्ग्युसन
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम से 2009 में डेब्यू करने वाले दिग्गज बल्लेबाज कैलम फर्ग्युसन ने अब तक कुल 30 वनडे खेले हैं जिनमें उन्होंने 663 रन बनाए। इनमें उनके पांच शतक भी शामिल हैं। इस तरह की बल्लेबाजी के बावजूद वे आज तक एक बी छक्का नहीं जड़ पाए हैं। इतना ही नहीं पिछले पांच सालों से उन्हें टीम में जगह भी नहीं मिली है।
मनोज प्रभाकर
भारतीय टीम में शामिल पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर ने 1984 से 1996 तक क्रिकेट की दुनिया में अपना जलवा बिखेरा। इस दौरान उन्होंने कुल 130 वनडे खेले जिनमें उन्होंने 1800 से ज्यादा रन बनाए। प्रभाकर ने अपने करियर में 2 शतक और 11 हाफ सेंच्युरी मारी लेकिन वे एक भी छक्का नहीं मार पाए।