कुछ लोगो की ज़िन्दगी इतनी रोचक और संघर्ष भरी होती है, कि वे दुसरो के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन जाते है. ऐसी ही एक कहानी है उमेश देवकर की, जो महाराष्ट्र में पुणे के रहने वाले है. उमेश देवकर पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर है, पढाई ख़त्म होने के बाद वे एक अच्छी नौकरी पाने में सफल रहे. लेकिन उमेश अपना काम करना चाहते थे, अपना काम करना, जितना सुन ने में आसान लगता है उतना है नहीं, उमेश के साथ भी कुछ यही हुआ. शुरुआती दौर में उन्हें खेतीबाड़ी कर सब्ज़ी बेचनी पड़ी. मेहनत और लगन के चलते इन्होने अपने काम को एक होम डिलीवरी कंपनी में बदल दिया.
कमाते है 2.5 करोड़ का सालाना टर्नओवर
दैनिक भास्कर मे साक्षत्कार के अनुसार, उमेश पिछले 4 साल से ‘फार्म टु होम’ पर काम कर रहे है. ‘फार्म टू होम’ के जरिए उमेश अपने ग्राहकों तक फल, सब्ज़ियां और डायरी प्रोडक्ट्स पहुंचाते है. इनके स्टार्टअप का टर्नओवर अब लगभग 2.5 करोड़ सालाना आ जाता है. उमेश की कहानी दिलचस्प इसलिए भी है चूँकि वे एक किसान के परिवार से आते है.
कैसे करी थी शुरुआत
उमेश के कारोबार की शुरुआत भांडुप में एक सोसाइटी के बाहर ठेले से हुई थी. इसके बाद उमेश ने अपना भविष्य खेतीबाड़ी में ही शुरू करने की ठान ली थी. आज उमेश की अच्छी मोटी कमाई होती, है इसी के साथ साथ अपने स्टार्टअप के ज़रिये उन्होंने कई घरो में रोज़गार देते हुए उजाला किया. आज उमेश के साथ उनकी 30 लोगो की टीम काम करती है, जिसमे खेतीबाड़ी से लेकर मार्केटिंग तक का काम किया जाता है.