Sunday, October 6, 2024

9 साल पहले मर चुकी ऊषा का हुआ पुनर्जन्म, 4 वर्षीय किंजल, बोली- ‘मेरी जलकर हुई थी मौत’

फिल्मी पर्दे पर अक्सर आपने पुनर्जन्म की घटनाओं के विषय में सुना होगा, देखा भी होगा लेकिन क्या असल जिंदगी में ऐसा कुछ हो सकता है? आप सोंच रहे होंगे ऐसा कैसे संभव है, ये बकवास है। लेकिन आज जिस घटना के विषय में हम आपको बताने जा रहे हैं उसके तार पुनर्जन्म जैसे दावों से जुड़ते हैं। आइये आज आपको बताते है पुनर्जन्म की सच्ची घटना

बच्ची का दावा, ‘यह मेरा पुनर्जन्म है’

बता दें, राजस्थान के नाथद्वारा से सटे गांव परवाल में एक 4 साल की किंजल नाम की बच्ची ने दावा किया है कि यह उसका पुनर्जन्म है। उसने बताया कि पिछले जन्म में उसकी मौत जलकर हो गई थी। किंजल की इन बातों को सुनकर सभी हैरान रह गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परावल गांव के निवासी रतन सिंह चूंडावत की पांच बेटियां हैं जिनमें सबसे छोटी बेटी का नाम किंजल है। उसकी उम्र 4 वर्ष है। एक दिन उसकी मां दुर्गा ने पिता को बुलाने के लिए कहा जिसपर किंजल ने जवाब दिया कि पिता को पिपलांत्री में हैं।

9 साल पहले मेरी मौत हो गई थी

इसपर उसकी मां ने उंचे स्वर में पूछा क्या बोल रही हो? किंजल ने जवाब दिया कि उसका पूरा परिवार पिपलांत्री में रहता है। उसके पिता ट्रैक्टर चलाते हैं। वह तीन भाई बहन हैं। उसका नाम ऊषा है। वह 9 साल पहले जलकर मर गई थी। उसकी ससुराल ओडन में है।

बेटी किंजल की यह अजीबो-गरीब बातें सुनकर दुर्गा घबरा गई और उसने इस बात की जानकारी अपने पति रतन सिंह को दी। वह उसे मंदिर ले गया, झाड़-फूक करवाई, डॉक्टरों को दिखवाया लेकिन किंजल बार-बार एक ही रट लगाए कि मुझे मेरे परिवार से मिलना है। मुझे मेरे भाई से मिलना है।

(punarjanam ki sachchi ghatnaen in hindi )

पंकज को देखकर खूब रोई

धीरे-धीरे यह खबर पूरे इलाके में फैल गई। फिर एक दिन परावल से पंकज नाम का एक शख्स आया जिसे देखकर किंजल जोर-जोर से रोने लगी। फोन में उसने ऊषा और उसकी मां गीता पालीवाल की तस्वीर दिखाई जिसपर वह उनसे मिलने की जिद करने लगी।

जानकारी के मुताबिक, किंजल के ज्यादा जिद करने पर उसकी मां दुर्गा अपने ससुर के साथ बच्ची को लेकर पिपलांत्री पहुंची।

मां से हुई मुलाकात

यहां सबसे मिलने जुलने के बाद ऊषा की मां गीता ने बताया कि जब किंजल हमारे गांव आई तो ऐसा लगा जैस बरसों से वह यहीं रह रही हो। जिन महिलाओं को वह पहले जानती थी, उनसे बात की। यहां तक कि जो फूल ऊषा को पसंद थे, उसके बारे में किंजल ने पूछा कि वो फूल अब कहां है। तब हमने बताया कि 7-8 साल पहले हटा दिए थे। दोनों छोटी बेटियों और बेटों से भी बात की और खूब दुलार किया।

फोन पर करती है बात

गौरतलब है, इस घटना के बाद किंजल और ऊषा के परिवार में एक रिश्ता बन गया है। वह रोज़ अपनी पूर्व जन्म की मां गीता और अपने भाई-बहन से फोन पर बात करती है। उनकी मां कहती हैं कि, ‘हमें भी ऐसा लगता है कि मानों हम ऊषा से ही बात कर रहे हों। ऊषा भी बचपन में ऐसे ही बातें करती थी।’

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