‘कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’। इस कहावत को सच साबित करके दिखाने वाले विराट कोहली ने निजी कारणों से शनिवार को टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी। एक लंबे चौड़े पोस्ट में उन्होंने सबसे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के दौरान मिली उपलब्धियों का जिक्र किया।
जय शाह ने किया फैसले का स्वागत
वहीं, विराट के इस्तीफे पर बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने भी उनके निर्णय का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई दी। शाह ने कहा कि ‘विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने देश के साथ-साथ विदेशों में भी दमदार प्रदर्शन किया है। टीम इंडिया के कप्तान के रूप में शानदार कार्यकाल के लिए विराट कोहली को बधाई। विराट ने टीम को बदल दिया, जिसने भारत के साथ-साथ विदेशी मैदानों पर सराहनीय प्रदर्शन किया। उनकी कप्तानी में भारत की ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टेस्ट जीत खास रही।’
T-20 और वनडे से दे चुके इस्तीफा
इससे पहले विराट ने टी-20 से भी इस्तीफा दे दिया था जबकि वनडे मैच में बीसीसीआई के द्वारा उनकी कप्तानी छीन ली गई थी। अब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी भारतीय क्रिकेट टीम की कैप्टेंसी से इस्तीफा दे दिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विराट के करोड़ों फैंस को वे लीडर के तौर पर नहीं देख पाएंगे। हालांकि, उन्हें अब भी बल्लेबाजी करते हुए क्रिकेट ग्राउंड पर देखा जा सकेगा।
क्रिकेट से लेंगे सन्यास?
वहीं, कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में विराट कोहली क्रिकेट से सन्यास ले सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह उनका स्वाभिमान बताई जा रही है। दरअसल, 7 सालों के शानदार क्रिकेट करियर वाले विराट कोहली के जीवन में यह उथल-पुथल पिछले पांच महीनों से चल रही थी। एक के बाद एक पद उनसे छिनता जा रहा था। इस बीच ग्राउंड पर भी उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। वहीं, बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली और कोहली के बीच मतभेद की खबरों ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं थी।
ऐसे में क्रिकेटर का टेस्ट की कप्तानी से इस्तीफा अपने आप में कई सवाल खड़े करता है।
टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
बहरहाल, भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली के टेस्ट करियर पर गौर करें तो पता चलता है टेस्ट क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय है। आंकड़ों के मुताबिक, क्रिकेटर ने कुल 68 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 40 मुकाबलों में जीत हांसिल की और 17 मैच हारे जबकि 11 मैच ड्रा रहे। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे महानतम टेस्ट कप्तान विराट कोहली की कैप्टेंसी के दौरान इंडिया ने पहली दफा ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती।
वहीं, इंग्लैंड और भारत के बीच हुए टेस्ट में टीम ने 2-1 की बढ़त हांसिल की थी। इंडियन टीम के शानदार प्रदर्शन ने सभी को चौंका कर रख दिया था हालांकि, कुछ ही रनों की कमी से भारत के हाथों से यह मैच निकल गया।
हाल ही में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए टेस्ट मैच में इंडियन टीम कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। जिसके बाद लोगों ने विराट कोहली का काफी विरोध किया था। बताया जा रहा है कि पिछले कई मैचों में खराब प्रदर्शन से तंग आकर विराट कोहली ने आखिरकार टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
विश्व के सफल कप्तानों में चौथे नंबर पर विराट कोहली
गौरतलब है, दुनिया के सफलतम टेस्ट कप्तानों की बात करें तो विराट कोहली का नाम इस सूची में चौथे नंबर पर शुमार है। जानकारी के मुताबिक, स्टीव वॉ का नाम टॉप पर है और उनका जीत प्रतिशत 71.93 है। दूसरे नंबर पर डॉन ब्रैडमैन का नंबर आता है और उनका जीत प्रतिशत 62.50 है। वहीं, रिकी पॉन्टिंग 62.34 के जीत प्रतिशत के साथ नंबर तीन पर हैं जबकि भारतीय टीम के धुरंदर बल्लेबाज विराट कोहली 58.82% के साथ नंबर चार पर आते हैं।