इसमें कोई हैरानी या सोचने की बात नहीं है कि फल हमारे शरीर के लिए कितने महत्वपूर्ण है या तरह तरह की बिमारियों से लड़ने में कितने कारगर साबित होते है. विटामिन, मिनरल, फाइबर जैसे पोषित गुणों से फल भरपूर होता है. बचपन में फल खाते समय माँ व दादी के मुँह से ज़रूर सुना होगा की पपीता रात में मत खाओ, फल धोकर खाओ सेब बिन छीले खाओ, ऐसी कईं बातें है जो सुनी होंगी. इनमे से कई बातों में सचाई होती है और कई बातों में सुनी सुनाई रीत.
एक दिन में कितने फल का सेवन करना चाहिए, कब करना चाहिए, कौनसा फल कब नहीं खाना चाहिए यह सवाल कभी न कभी ज़हन में आता ज़रूर है.. है न ?
कब खाएं ?
उठ थे ही लोगो में आजकल रहता है की नाश्ते में क्या बनाया जाए, आमतौर से घरों में पराठें, रोटी सब्ज़ी से दिन की शुरुआत होती है पर दिन की शुरुआत करने का सबसे आहारपूर्ण तरीका है ‘फल’, बहुत सारे ‘फल’.
रात भर शरीर सोया रहता है आराम करता है, सुबह उठ ते ही शरीर को बूस्ट करने के लिए हाई फ्रुक्टोस से भरपूर आहार की ज़रुरत होती है जो फल में पाया जाता है, फल के पाचन में काफी काम समय लगता है साथ ही साथ फल आसानी से अपने गुण शरीर में आसानी से फैला देता है जिसमे शरीर की ताकत बहुत काम मात्रा में लगती है, सुबह का समय फलो का सेवन करने के लिए बेहतरीन साबित होता है.
शोध और शोधकर्ताओं की मानें तो फलो के खाने के तरीके से भी काफी फर्क पड़ता है, शरीर को पूर्णतः पोषण मिले इसके लिए फल खली पेट खाए जाएं तो स्वास्थ्य बना रहता है. खाली पेट फल खाने से शरीर को वह सभी पोषण पूरी तरह मिलते है जो बाकि समय खाने से कुछ कम मात्रा में मिलते है, जो भूख तो मिटाता ही है साथ ही शरीर में बादी भी जमा नहीं होने देते, जो की वज़न कम करने में कारगार साबित होता है और बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स से भी छुटकारा पहुंचाता है.
कब न खाएं ?
दिन भर की थकान के बाद हर कोई रात में चैन की नींद चाहता है, नींद में कोई दखल दे दे तो पारा हाई हो जाता है ऐसे में जाने अनजाने में हमसे गलतियां हो जाती है के अपने ही हाथ से अपनी नींद ख़राब कर देते है. रात में सोने से पहले अगर कोई फल खा ले तो उसका ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है जिस से शांति और चैन की नींद के दुश्मन खुद बन जाते है साथ ही रात में सोने से पहले फलो का सेवन खाने की पाचन शक्ति की रफ़्तार भी कम कर देता है. और अगर रात में फल अनजाने से खा भी लेते है तो कम से कम 1 या 2 घंटे बाद ही सोने जाएँ.