कोरोना की मार से अब जाकर थड़ी रहत मिली है. पिछले दो सालों से कोरोना के चलते पढाई लिखाई से लेकर काम धंधा सब कुछ ठप्प पड़ा था. अब जाकर कहीं कुछ रहत की सांस आयी है. मगर यह सोचना की कोरोना का खतरा मंडराना बंद होगया है, एक बड़ी भूल साबित हो सकता है. ऐसा हम नहीं UN SECRETARY एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है. क्यों? आइये जानते है.
एक्सपर्ट्स ने किया दावा
बीते कुछ समय से ओमीक्रॉन ने काफी तहलका मचाया, भले से अब यह थोड़ा शांत है मगर ख़त्म अभी कुछ नहीं हुआ. कोरोना एक नए वायरस के साथ वापस दोबारा एंट्री ले सकता है जो डेल्टा और ओमिक्रोण दोनों से ही जयदा घातक साबित हो सकता है. यहाँ तक की एक्सपर्ट्स भी इस बात को लेकर आगाह कर चुके है की अगले कुछ महीनो में कोरोना की चौथी लहर भी देखने को मिल सकती है.
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ऐसे में UN SECRETARY एंटोनियो गुटेरेस ने लोगो को चेताते हुए कहा ‘यह सोचना एक बड़ी भूल होगी कि संकट (कोविड-19 महामारी) खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों में वायरस ने छह मिलियन से अधिक लोगों की जान ले ली और अभी भी तीन अरब लोग कोरोना वैक्सीन के अपने पहले शॉट की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
साथी उन्होंने कहा कि “दो साल पहले दुनियाभर के लोगों का जीवन एक वायरस से प्रभावित हुआ था. कोविड-19 दुनिया के हर कोने में तेजी से और लगातार फैल गया. इससे पूरी दुनिया को भारी नुकसान हुआ. लेकिन यह सोचना एक गंभीर गलती होगी कि महामारी खत्म हो गई है.
ओमीक्रॉन और डेल्टा मिलकर बना सकते है घातक वेरियंट
इस बिच एक बात निकलकर सामने आ रही है की ओमिक्रोन और डेल्टा मिलकर एक नया और पहले से कहीं ज्यादा घातक वायरस बना सकते है. इस पर हुई स्टडी के बाद WHO ने कहा इस विषय मे उन्हे पहले से ही आशंका थी, क्यों की ओमिक्रोन और डेल्टा दोनो ही बाकी वेरियेंट के मुकाबले काफी तेज़ी से फैल रहा था और अपना असर फैला रहा था.
आपके बता दें की यह स्टडी फ्रांस की संस्था पैस्चर यूनिर्वस्टी ने की है, और स्टडी के दौरान उन्हे अपनी बात के काफी सुबूत भी मिले है. स्टडी के दौरान फ्रांस के कई शहरों मे ओमिक्रोन और डेल्टा से बने नये वायरस की पुष्टी भी की जा चुकी है. साथ ही
आपको बता दें की यह 2022 की शुरुआत से ही यानी जनवरी से ही प्रसार मे है. सिर्फ फ्रांस मे ही नही जीनोम और प्रोफाइल नाम के इस वायरस की पुष्टी नीदरलैंड मे भी की जा चुकी है.
WHO का कहना है की इस बारे मे WHO को पहले से ही आशंका थी. यहां तक की WHO मे टेक्निकल टीम की अगुआई करने वालीं मारिया वैन कर्खोव ने एक ट्वीट के ज़रिये कहा की तेज़ी से बढ़ने के चलते WHO ने पहले ही आशंका जताई थी की ओमिक्रोन और डेल्टा मिलकर एक नया वेरियेंट बना सकते है.
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