उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बुलडोर बाबा का जादू चल गया। प्रदेश की जनता ने सीएम योगी को एक बार फिर सत्ता के शिखर पर बैठा दिया है। बहुत जल्द सीएम योगी एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और कार्यभार संभालेंगे। ऐसे में हर किसी की नज़र समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों पर टिकी हुई है। हर कोई यह जानना चाहता है कि जीत का दम भरने वाली ये पार्टियां आखिर कैसे यूपी चुनाव में चंद सीटों पर ही सीमित रह गईं।
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राउत ने साधा मायावती और ओवैसी पर निशाना
इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बसपा और एआईएमआईएम की हार पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि, बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है। यूपी उनका राज्य था, फिर भी अखिलेश यादव की सीटें 3 गुना बढ़ गईं और वो 42 से 125 पर पहुंच गए। मायावती और ओवैसी ने बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभाई, इसलिए उन्हें ‘पद्म विभूषण’ और ‘भारत रत्न’ मिलना चाहिए।
बीजेपी पर हावी हुए शिवसेना सांसद
बता दें, शिवसेना सांसद संजय राउत ने पांच राज्यों के नतीजों को लेकर चर्चा करते हुए शुक्रवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पंजाब में हुई बीजेपी की हार पर कहा कि, बीजेपी 4 राज्यों में जीती है, हमें परेशान होने की कोई बात नहीं है, हम आपकी खुशी में शामिल हैं। उत्तराखंड के सीएम क्यों हारे? गोवा में 2 उपमुख्यमंत्री हारे। सबसे अधिक चिंता का विषय पंजाब है, बीजेपी जैसी राष्ट्रवादी पार्टी को पंजाब में पूरी तरह खारिज कर दिया गया है।
पंजाब में क्यों हारे…?
संजय राउत ने पूछा कि, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, सभी ने पंजाब में जबरदस्त प्रचार किया, फिर आप पंजाब में क्यों हारे? यूपी, उत्तराखंड, गोवा पहले से आपका था, जो ठीक है। लेकिन आप यूपी में कांग्रेस और शिवसेना की तुलना में पंजाब में अधिक हारे हैं।
सामना में की टिप्पणी
गौरतलब है, शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी बीजेपी की चार राज्यों की जीत पर टिप्पणी की है। सामना के आज के लेख में लिखा गया है कि, बीजेपी को इस सफलता के कारण अपच का शिकार नहीं होना चाहिए क्योंकि हार के मुकाबले जीत को पचाना अधिक मुश्किल होता है। चार राज्यों में बीजेपी की जीत से महाराष्ट्र पर असर नहीं पड़ेगा और ‘इसका असर वैसा ही होगा जैसा कि बंदरों के शराब की बोतल पकड़ने पर होता है।’
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