Tuesday, February 4, 2025

क्यों जापान की मछलियां है सोने से भी महंगी ?

खान पान की बात की जाए तो इंसान को जहां स्वाद और पोषण मिलता है वह पैसा या उसकी कीमत नहीं देखि जाती. ऐसे में जापान के सी फ़ूड की कीमत वाकई हैरान कर देती है. कीमत इतनी है के खाने से पहले हजार बार सोचेंगे और नहीं खाएंगे तो बड़ा पछतायेंगे.

जापान का पसंदीदा है सी फ़ूड

जानकारी के अनुसार जापान में लोग सी फ़ूड को बेहद पसंद करते है. भिन्न भिन्न प्रकार की मछलियां और केकड़े जैसे अलग अलग सी फ़ूड मिलेंगे इनमे कुछ के दाम आसमान छूने वाले होते है तो कई के दाम सोने जितने महंगे. आश्चर्य यह की इतना महंगा होने पर भी लोग इन्हे खाना बंद नहीं करते बल्कि और बढ़ चढ़ कर खाते है. जापान में पाए जाने वाली और चाव से खाये जाने वाली यह उनागी मछली की कीमत सोने जितनी महंगी है. जानकारी के अनुसार आपको बता दें की 2018 में उनागी की कीमत 35 हज़ार डॉलर प्रतिकिलो थी. फिर भी लोगो ने चाव से खरीदा भी और खाया भी.

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आपको बता दें की जापानी लोग खाने में मछली को इतना पसंद करते है की हर साल करीब 50 टन ईल मछली जापान के एक रेस्टुरेंट में खरीदी जाती है. मछली के बच्चो को साफ़ पानी में डालकर उन्हें बड़ा होने तक पाला जाता है. मछली एक साल में बेचने लायक हो जाती है.

क्यों है इतने ऊँचे दाम

1980 में जापानी मछलियों की आबादी में 75 फीसदी गिरावट आने के कारण जापान में मछलियों के दाम इतनी हाई फाई है. उनागी और अबकी जापानी मछलियों के अंतर की बात की जाए तो उनागी मछली की आबादी बाकि मछलियों से अत्यधिक कम है. वह इसलिए क्यों की उनागी को काम उम्र में पकड़ लिया जाता है वहीं ईल और बाकि मछलियों को काफी समय बाद पकड़ा जाता है.


ईल मछली के दाम की बात की जाये तो ईल को पालन पोषण में काफी खर्च आता है. वहीँ बाकि मछलियों को पकड़ते ही बेच दिया जाता है. मछली को पालने में उन्हें चारा, गेहूं, सोयाबीन, मछलियों का तेल जैसा खाना खिलाया जाता है जिसमे काफी खर्चा अत है. और ऐसा करीब एक साल तक करना पड़ता है.

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